मार्च क्लोसिंग के समय शाखा प्रबन्धक का अपनी पत्नि को लिखा खुला प्रेम पत्र
मेरी प्यारी 'जीवन साथी ' ,
तुम्हे मेरा 'जीवन स्नेह ' .
जब से तुम रूठकर मायके गयी हो , तब से हमारी ' जीवन गृह ' की ' जीवन छाया ' में पल रहे हमारे ' जीवन सुरभि ' के समान खिलते ' जीवन किशोर ' एवं ' जीवन सुकन्या ' का चेहरा किसी Accedental Claim की तरह हो गया है !
पहले तुम किसी ' मनीबेक पालिसी ' की तरह मायके जाती थी ( पांच वर्ष में एक बार ), इस बार लगता है कि तुम ' आजीवन पालिसी ' कि तरह चली गयी हो वह भी लाभ रहित |
ऑफिस में मार्च क्लोसिंग चल रही है और मैं ' न्यू बीमा किरण ' के चक्कर में लगा हुआ हूँ | इससे ब्रांच का टार्गेट पूरा करने में मदद मिल रही है, इस कारण में अपने ' जीवन बाल्य ' को ' जीवन सुरक्षा ' प्रदान नहीं कर प् रहा हूँ |
मेरी इन परेशानियो को देखते हुए , यदि तुमने अपनी Maturity की जिद छोड़कर
Surrender नहीं किया तो मेरी इस ' जीवन धारा ' में बहती ' जीवन सरिता ' में तुम्हारे ' जीवन श्री ' का Death Claim हो जायेगा |
तुम्हारी आस में ' आशा दीप ' जलाये ,
तुम्हारा ' Future Plus'
शाखा प्रबंधक
३१ मार्च २००२
मेरी प्यारी 'जीवन साथी ' ,
तुम्हे मेरा 'जीवन स्नेह ' .
जब से तुम रूठकर मायके गयी हो , तब से हमारी ' जीवन गृह ' की ' जीवन छाया ' में पल रहे हमारे ' जीवन सुरभि ' के समान खिलते ' जीवन किशोर ' एवं ' जीवन सुकन्या ' का चेहरा किसी Accedental Claim की तरह हो गया है !
पहले तुम किसी ' मनीबेक पालिसी ' की तरह मायके जाती थी ( पांच वर्ष में एक बार ), इस बार लगता है कि तुम ' आजीवन पालिसी ' कि तरह चली गयी हो वह भी लाभ रहित |
ऑफिस में मार्च क्लोसिंग चल रही है और मैं ' न्यू बीमा किरण ' के चक्कर में लगा हुआ हूँ | इससे ब्रांच का टार्गेट पूरा करने में मदद मिल रही है, इस कारण में अपने ' जीवन बाल्य ' को ' जीवन सुरक्षा ' प्रदान नहीं कर प् रहा हूँ |
मेरी इन परेशानियो को देखते हुए , यदि तुमने अपनी Maturity की जिद छोड़कर
Surrender नहीं किया तो मेरी इस ' जीवन धारा ' में बहती ' जीवन सरिता ' में तुम्हारे ' जीवन श्री ' का Death Claim हो जायेगा |
तुम्हारी आस में ' आशा दीप ' जलाये ,
तुम्हारा ' Future Plus'
शाखा प्रबंधक
३१ मार्च २००२